New Step by Step Map For हल्दी का नियमित सेवन करने के फायदे



क्या पीलिया रोग में हल्दी खानी चाहिए या नहीं? आयुर्वेद में पीलिया के इलाज में हल्दी को रामबाण बताया गया है। आप इसे कई तरह से प्रयोग कर सकते हैं। पीलिया में मट्ठा के साथ हल्दी का सेवन बेहद लाभकारी माना गया है।

हम यह देख सकते हैं कि 'बिस्तर की गलत तरफ से उठना' सिर्फ कोई मुहावरा नहीं है, इसमें और भी बहुत कुछ है। यौगिक विज्ञान में यह कहा गया है कि आपका सारा दिन कैसे बीतेगा, इसमें एक महत्वपूर्ण योगदान इस बात का है कि आप सुबह कैसे उठते हैं!

अगर आप अस्थमा के मरीज हैं तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार हल्दी का नियमित सेवन करें।

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चाहें तो पानी में हल्दी पाउडर के साथ शहद, नींबू और काली मिर्च मिलाकर ड्रिंक बनाकर पिएं। यह काफी फायदेमंद है। 

हल्दी के सेवन से रक्त साफ होता है जिससे फोड़े-फुंसी की समस्या से भी छुटकारा मिल जाता है।

चेहरे की रंगत निखारने में हल्दी का सालों से प्रयोग किया जाता रहा है। हल्दी चेहरे की रंगत को बढ़ा देती है और चेहरे के कील मुहाँसे, दाग - धब्बों को कम कर देती है। हल्दी को अपने उबटन में मिलाकर लगाएं।

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दाल के साथ ब्राउन राइस के सेवन से आपका दाल के साथ ब्राउन राइस के सेवन से get more info आपका कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहेगा.

त्वचा पर दाद खुजली हो गई है तो खुजली वाली जगह पर हल्दी का लेप लगाएं।

कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि कर्क्यूमिन वसा के टूटने को बढ़ावा देकर और मोटापे से जुड़ी सूजन को कम करके वजन प्रबंधन में सहायता कर सकता है। हल्दी के पानी को संतुलित आहार और सक्रिय जीवन शैली में शामिल करने से वजन प्रबंधन के लक्ष्यों में मदद मिल सकती है।

• हल्दी में करक्यूमिन तथा टरमरोन घटक होने के कारण योगिक मस्तिष्क की कोशिकाओं को ठीक करने में मदद करता है । स्ट्रोक या अल्जाइमर रोग में न्यूरोडेजेनरेटिव बीमारियों को रोकने में मदद करता है । करक्यूमिन अल्जाइमर रोग में स्मृति के सुधार में मदद करता है। यह अल्जाइमर रोग की गति को धीमा करता है । या रोक भी लगाता है । मस्तिष्क में आई हुई गठन को दूर करता है । ऑक्सीजन लेवल को सुधारने में भी मदद करता है ।

पेट में गैस आदि परेशानियाँ भी पाचकाग्नि के मंद पड़ जाने के कारण होती है जो पाचन तंत्र को भी बिगाड़ देती है। हल्दी में उष्ण गुण होने के कारण यह पाचकाग्नि को बढ़ा कर पाचन तंत्र को स्वस्थ करने में मदद करती है, जिससे गैस की समस्या से छुटकारा मिलता है।

• चोट लगने पर हल्दी से घाव भरा जाता है ।

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